नई दिल्ली: एक नए तकनीकी युग की शुरुआत करते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5G सेवाओं का शुभारंभ किया। 5G तकनीक से निर्बाध कवरेज, उच्च डेटा दर, कम विलंबता और अत्यधिक विश्वसनीय संचार सुविधाऐं प्राप्त की जा सकेंगी। इससे ऊर्जा दक्षता, स्पेक्ट्रम दक्षता और नेटवर्क दक्षता में भी बेहतर रूप से सुधार होगा।
प्रधानमंत्री भारतीय मोबाइल सम्मेलन (आईएमसी) के छठे संस्करण का भी उद्घाटन किया। आईएमसी 2022 का आयोजन 1 से 4 अक्टूबर तक “न्यू डिजिटल यूनिवर्स” विषय के साथ किया।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में प्रधानमंत्री ने संबोधन करते हुए कहा “5G को लेकर भारत के प्रयासों का एक और संदेश है। नया भारत, टेक्नॉलजी का सिर्फ़ consumer बनकर नहीं रहेगा बल्कि भारत उस टेक्नॉलजी के विकास में, उसके implementation में बहुत बड़ी active भूमिका निभाएगा। भविष्य की wireless टेक्नॉलजी को design करने में, उस से जुड़ी manufacturing में भारत की बड़ी भूमिका होगी। 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नॉलजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में global standard तय कर रहा है। भारत लीड कर रहा है। आज इन्टरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G, Internet का पूरा आर्किटेक्चर बदल कर रख देगा। इसलिए भारत के युवाओं के लिए आज 5G बहुत बड़ी opportunity लेकर आया है। मुझे खुशी है कि विकसित भारत का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा हमारा देश, दुनिया के अन्य देशों के साथ किस तरह कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। ये भारत की बहुत बड़ी सफलता है, डिजिटल इंडिया अभियान की बहुत बड़ी सफलता है।”
उन्होंने कहा “डिवाइस Cost के बाद जो दूसरे पिलर पर हमने काम किया, वो है डिजिटल कनेक्टिविटी का। आप भी जानते हैं कि कम्युनिकेशन सेक्टर की असली ताकत कनेक्टिविटी में है। जितने ज्यादा लोग कनेक्ट होंगे, इस सेक्टर के लिए उतना अच्छा है। अगर हम ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की बात करें, तो 2014 में 6 करोड़ यूजर्स थे। आज इनकी संख्या बढ़कर 80 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। अगर हम इंटरनेट कनेक्शन की संख्या की बात करें, तो 2014 में जहां 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे, वहीं आज इसकी संख्या करीब-करीब 85 करोड़ पहुंच रही है। ये बात भी नोट करने वाली है कि आज शहरों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या के मुकाबले हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। और इसकी एक खास वजह है। 2014 में जहां देश में 100 से भी कम पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा था, आज एक लाख 70 हजार से भी ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंच चुका है। अब कहां 100, कहां एक लाख 70 हजार। जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की, जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया, जैसे उज्जवला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया, जैसे हमने करोड़ों की तादाद में लोग बैंक अकाउंट से वंचित थे। करोड़ों लोग जो बैंक से नहीं जुड़े थे। आजादी के इतने साल के बाद जनधन एकाउंट के द्वारा हिन्दुस्तान के नागरिकों को बैंक के साथ जोड़ दिया। वैसे ही हमारी सरकार, Internet for all के लक्ष्य पर काम कर रही है।”