New Delhi: वैसाखी का त्यौहार फसल काटने के बाद नए साल का आरम्भ के तौर पर मनाया जाता है। यह त्यौहार पूरे भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है। वास्तव में वैसाखी एक कृषि पर्व है, इस दिन कृषक रबी फसल कटने के बाद, फसल, मवेशी, कृषि यन्त्र आदि की पूजा करते हैं। साथ हीं अच्छी फसल के लिए ईश्वर को धन्यवाद करते हैं और अनाज के दाने को अग्नि-स्वरुप भगवान को अर्पित करते हैं।
यह पर्व हिंदी मास वैसाख में होने की वजह से वैसाखी कहलाता है। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में इस दिन को नववर्ष के रूप में मनाते हैं। पोइला बोइसाख पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम में धूम-धाम से मनाया जाता है। पूर्वोत्तर राज्यों में मनाया जाने वाला पोइला वैसाख एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसलिए इसे पोहेला या पोइला बैसाख के नाम से भी जानते हैं। पोइला बोइशाख अर्थात बंगाली नववर्ष के पहले दिन बंगाली समुदाय के लोग घर की साफ-सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और घर में तरह-तरह के पकवान बनाते हैं। इस साल पोइला बोइशाख शनिवार 15 अप्रैल 2023 को है।
पोइला बोइशाख के दिन बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों के कई जगहों में लोग गौ माता को स्न्नान कराते फिर श्रृंगार करते, तिलक लगाते उसके बाद भोग लगाते हुए पूजा करते हैं। आखिर में पुरे परिवार का सदस्य गौ माता के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं।
पूर्वोत्तर राज्य असम में इसे बोहाग बिहू कहते हैं। असमिया पंचांग में वैसाख को बोहाग कहते हैं। इसलिए इस त्यौहार को बोहाग बिहू कहते हैं। इस दिन लोग नए पारम्परिक कपड़ों में ढोल के थाप पर गायन करते और नृत्य करते हुए पूरे हर्षोल्लास के साथ इस त्यौहार को मनाते हैं। बिहू को महिला-पुरुष एक साथ मिलकर मनाते हैं। कहते हैं बिहू में युवक-युवती अपने मन पसंद जीवन-साथी का भी चयन करते हैं और इसके साथ अपनी नयी ज़िंदगी की शुरुआत करते हैं।
गुरुवार 13 अप्रैल 2023 को गुवाहाटी के सरुसजई स्टेडियम में सम्मिलित बिहू त्यौहार मनाया गया। इस दौरान ड्रमर्स और डांसर्स ने अपना जलवा बिखेरा। इस तरह कलाकारों ने रिकॉर्ड अपने नाम किए। यह रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है जो एक ही स्थान पर सबसे बड़ी एथनिक डांस फॉर्मेस को लेकर बनाई गई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुभो नबो बर्षो के विशेष अवसर पर बधाई दी है और सभी के सुख-सौभाग्य व अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया हैः “शुभो नबो बर्षो! कामना है कि आने वाला वर्ष सुख-सौभाग्य और अच्छा स्वास्थ्य-आरोग्य लेकर आये।”
वैसाखी और “आज की आवाज” स्थापना दिवस पर आप सभी पाठकों को ढेरों शुभकामनायें