New Delhi: भारतीय रेलवे भारत सरकार के “सुगम्य भारत मिशन” या सुगम्य भारत अभियान के हिस्से के रूप में अपने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को दिव्यांगजनों के लिए सुगम्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार/वृद्धि (इन सुविधाओं में वे सुविधाएं भी शामिल हैं, जो दिव्यांगजनों के लिए हैं) एक निरंतर प्रक्रिया है। बुजुर्गों, बीमारों और दिव्यांगजनों की आसान आवाजाही की सुविधा के लिए और प्रमुख रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों तक सुगम पहुंच और आवाजाही में आसानी के लिए ‘सुगम्य भारत अभियान’ के हिस्से के रूप में लिफ्ट/एस्केलेटर प्रदान किए जा रहे हैं।
कुल 597 स्टेशन हैं, जहां या तो लिफ्ट या एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।
एस्केलेटर की स्थिति:
प्रदान किया गया (संख्या में) | टिप्पणी | |
मार्च 2014 तक प्रदान किया गया | 143 | 372 स्टेशनों पर कुल 1287 एस्केलेटर उपलब्ध कराए गए |
2014-23 के दौरान प्रदान किया गया | 1144 | |
कुल | 1287 |
कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान, 128 एस्केलेटर प्रदान किए गए।
लिफ्ट की स्थिति:
प्रदान किया गया (संख्या में) | टिप्पणी | |
मार्च 2014 तक प्रदान किया गया | 97 | 497 स्टेशनों पर कुल 1292 लिफ्ट उपलब्ध कराई गईं |
2014-23 के दौरान प्रदान किया गया | 1195 | |
कुल | 1292 |
कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान, 227 लिफ्ट प्रदान की गईं।
भारतीय रेल विभिन्न स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। रेलवे प्लेटफार्मों पर एस्केलेटर और लिफ्ट का प्रावधान यात्रियों के निकास/प्रवेश को आसान बनाएगा और साथ ही यह यात्री सुरक्षा में सुधार के लिए एक और कदम होगा।