New Delhi: वाराणसी की एकदिवसीय यात्रा पर आए उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने दीनदयाल हस्तकला संकुल, ट्रेड सेंटर में 51वें राष्ट्रीय कंपनी सचिव सम्मेलन को संबोधित किया। गुरुवार को मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री धनखड़ ने कहा सचिव सम्मेलन के लिए काशी को चुना गया, यह एक महान उपलब्धि है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने काशी का काया पलट कर दिया है।
उपराष्ट्रपति ने कहा धारा 370 की वजह से कश्मीर ने बहुत कुछ सहा है वह अस्थायी धारा धीरे-धीरे स्थायी बन गई थी जिसका खत्मा किया गया। उन्होंने कहा वर्षों से लंबित राम मंदिर का फैसला आया और उसका निर्माण चल रहा है और हमें इंतजार है जनवरी 2024 का जब उसका भव्य उद्घाटन होगा। उन्होंने देश की मजबूत आर्थिक स्थिति की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक वह समय था जब हमारी आर्थिक साख को बचाने के लिए देश का सोना विदेश में गिरवी रखना पड़ा था।
उपराष्ट्रपति ने कहा एक समय था जब एक दशक पहले भारत को दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं (fragile five) में गिना जाता था और वहां से लेकर 2022 तक हमने जो यात्रा तय की वह देखने लायक है। 2022 में वह गर्व का क्षण आया जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनकर विश्व फलक पर उभरा और हमने इस यात्रा में ग्रेट ब्रिटेन, जिसने हम पर सैकड़ो वर्ष शासन किया और फ्रांस जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने कहा हमें कोई संदेह नहीं है कि इस दशक के अंत तक भारत जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभरेगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा सत्ता के गलियारे जो पहले सत्ता के दलालों से भरे रहते थे नीतियों और निर्णयों को प्रभावित करते थे, देश को प्रभावित करते थे आज वह सब गायब हो गए हैं, कहीं दिखाई नहीं देते। सत्ता के गलियारों को दलालों से पूरी तरीके से मुक्त कर दिया गया है। दूसरी चीज जिसने भारत को इस बुलंदी पर पहुंचाया है वह है सरकार की जनहितकारी नीतियां और देश को आगे ले जाने वाली दूरदर्शी सोच।
भारत आज तेजी से आगे बढ़ रहा है इतना तेज़ी से पहले कभी नहीं बढ़ा था और यह विकास यात्रा रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत की साख की प्रशंसा करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रेसिडेंट ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे उपयुक्त निवेश करने वाले देश के रुप में उभरा है। उपराष्ट्रपति ने बताया कि विश्व बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि भारत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर मैं आश्चर्यचकित हूं, भारत ने जो 6 साल में किया है वह 47 वर्षों में भी नहीं किया जा सकता था।
श्री धनखड़ काशी विश्वनाथ मंदिर गए और वहां दर्शन और पूजा अर्चना की तथा देश की खुशहाली के लिए कामना की।