Dehradun: उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए कोशिश जारी है। लगातार सातवें दिन जारी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कई मुसीबतें आ रही हैं। जिसमे मुख्य रूप से मशीन का खराब होना और पहाड़ का दरकना शामिल है।
शुक्रवार को जारी रेक्स्यू ऑपरेशन के दौरान अमेरिकी ऑगर मशीन बीच में ही खराब हो गई। लगभग 25 मीटर की ड्रिलिंग के बाद मशीन ख़राब हो गयी।
सात दिनों से टनल में फंसे मजदूरों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सभी चिंतित हैं। सुरंग में फंसे रहने से मजदूरों पर प्रतिकूल शारीरिक और मानसिक प्रभाव पड़ सकता हैं।
यह सुरंग चारधाम प्रोजेक्ट के तहत ब्रह्मखाल और यमुनोत्री नेशनल हाई-वे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच तैयार की जा रही है। यहां फंसे मजदूरों को बचाने के लिए वायुसेना भी लगी हुई है और भारी से भारी मशीनों को यहां पहुंचाने का काम कर रही है. यह टनल लगभग 4.5 किलोमीटर लंबी बनाई जा रही है। इस टनल का एक हिस्सा 12 नवंबर को कंस्ट्रक्शन काम के दौरान गिर गया था। इसी के बाद से यहां पर करीब 40 मजदूर फंसे हुए हैं।